IIT ,NIT के बाद इन इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी एडमिशन लेकर आप बना सकते हैं अपना करियर,TOP ENGINEERING COLLEGE IN INDIA

IIT ,NIT के बाद इन इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी एडमिशन लेकर आप बना सकते हैं अपना करियर,
TOP ENGINEERING COLLEGE IN INDIA

IIT, NIT, IIIT और जेएफटीआई कॉलेजों के अलावा कई
PRIVATE INSTITUITE विद्यार्थियों को बेहतर इंजीनियर बनने का मौका देते हैं. इन कॉलेजों का चयन ऑल इंडिया रैंक, प्लेसमेंट
प्रक्रिया और नेशनल इंस्टीट्यूशन रैंकिंग


सीबीएसइ 12वीं बोर्ड की परीक्षा खत्म होनेवाली है. साइंस संकाय
के विद्यार्थी अभी से अपने लक्ष्य को सजग हैं. खासकर फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों की पहली
प्राथमिकता इंजीनियरिंग है. यहीं कारण है कि जेड्इ मेन में दिनों-दिन विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है. विद्यार्थियों की प्राथमिकता
में हमेशा ही देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल होते हैं, लेकिन रैंक की दौड़ में कई विद्यार्थीं पिछड़ जाते हैं. ऐसे विद्यार्थीं
इंजीनियरिंग की संभावना तलाशने के लिए विभिन्न STATE ENTRANCE EXAM से भी गुजरते हैं.


आइआइटी, एनआइटी, ट्रिपल आइटी और जेएफटीआइ कॉलेजों के
अलावा कई निजी संस्थान भी विद्यार्थियों को बेहतर इंजीनियर बनने
का मौका देते हैं. इन कॉलेजों का चयन ऑल इंडिया रैंक, प्लेसमेंट
प्रक्रिया और नेशनल इंस्टीट्यूट रेंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) के
तर्ज पर होता है. आज की रिपोर्ट देशभर के ऐसे ही इंजीनियरिंग
कॉलेजों पर आधारित है.

Top Engineering college

NIRF रैंकिंग-2022 के टॉप 20 IIT

आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी कानपुर, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी रूड़की,
आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी तिरुचापल्ली, आईआईटी
हैदराबाद, एनआईटी सुरतकल, जाधवपुर यूनिवर्सिटी, वेल्लोर
इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, आईआईटी बीएचयू, आईआईटी
आइएसएम धनबाद, एनआईटी राउकेला, आईआईटी इंदौर, अन्ना
यूनिवर्सिटी, इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, अमृता विश्वविद्यापीठ और आईआईटी मंडी.


राज्य के विद्यार्थीं कर्नाटक में तलाशते हैं इंजीनियरिंग कोर्स के अवसर


राज्य के वैसे विद्यार्थी जो जेइइ एडवांस में शामिल होते हैं, उनकी
पहली प्राथमिकता में देश के टॉप ॥T संस्थान होते हैं. वहीं, ऑल
इंडिया रैंक और इच्छानुसार संकाय न मिलने पर विद्यार्थी एनआईटी,
ट्रिपल आईटी और जेएफटीआई संस्थानों में विकल्प तलाशते हैं.
विशेषज्ञों के अनुसार आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे,
आईआईटी चेनई, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी रूड़की,
एनआईटी जालंधर, एनआईटी त्रिची में चयनित होते हैं. वहीं राज्य के
सवसे ज्यादा विद्यार्थी इंजीनियरिंग की संभावना तलाशने कर्नाटक,
पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र और चेन्नई की तरफ जाते हैं. इन
राज्यों में विद्यार्थियों को जेइइ मेन के अलावा कॉ्मेड-के, बेस्ट बंगाल
कंबाइंड इंट्रेस टेस्ट, केआईआईटी प्रवेश परीक्षा के जरिये बेहतर
अवसर मिलता है.

बेंगलुरु है विद्यार्थियों का पहला विकल्प


राज्य के विद्यार्थी बेंगलुरु में स्थित इंजीनियरिंग संस्थानों में बेहतर
संभावना तलाशते हैं. जेइइ मेन के अलावा कॉमेड-के प्रवेश परीक्षा
| विद्यार्थियों की राह आसान बनाती है. एनआइआरएफ-22 के तहत
कर्नाटक के एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ट्रिपिल आइटी
बेंगलुरु, बीएमएस कॉलेज औफ इंजीनियरिंग, आरवी कॉलेज ऑफ
इंजीनियरिंग, पीइएस यूनिवर्सिटी, न्यू होराइजन कॉलेज ऑफ
इंजीनियरिंग, सीएमआर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, क्राइस्ट
यूनिवर्सिटी और बीएमएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट
जैसे कॉलेज प्राथमिकता में शामिल होते हैं.

आईटी व इंडस्ट्रियिल हब एक बड़ा कारण
बैंगलुरु को देश का आईटी हब माना गया है. यही कारण है कि
विद्यार्थी इन संस्थानों में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इनफॉरमेशन
टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकिल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग संकाय का
विकल्प चुनते हैं. वहीं, इंडस्ट्रियल हब होने के कारण मेकैनिकल
इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग भी विद्यार्थियों का च्वाइस
बनता है.


ओड़िशा के कॉलेज


शिक्षा व अनुसंधान, कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
(केआइआइटी), सीवी रमन ग्लोबल यूनि्वर्सिटी ओडिशा और
सिलिकन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भुवनेश्वर.
चेन्रई के कॉलेज, जो हो सकते हैं बेहतर
विकल्प


राज्य के विद्यार्थियों की पसंद के निजी संस्थानों की सूची में


एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी चेनई भी शामिल
है. इसके अलावा विद्यार्थी चेन्नई के सत्यभामा इंस्टीट्यूट ऑफ
साइंस एंड टेक्नोलॉजी, वेड़ टेक रंगराजन डॉ सगुनथला आरएंडडी
इस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, राजलक्ष्मी इंजीनियरिंग कॉलेज,
बीएस
अब्दुर रहमान क्रेसेंट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी,
हिंदुस्तान इंस्टीटयूट ऑफ टेकनोलॉजी एंड साइंस, सवीथा इंस्टीट्यूट
ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेस, वेल्स इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस
टेक्नोलॉजी एंड एडवांस स्टडीज, चेन्नई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
और ईश्वृरी इंजीनियरिंग कोॉलेज को च्चाइस फिलिंग में प्राथमिकता
मिलती है.


दिल्ली के कॉलेज


जामिया मिलिया इस्लामिया नयी दिल्ली, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल
यूनिवर्सिटी, इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट औफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, गुरु
गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, नेताजी सुभाष चंद्र यूनिव्सिटी
ऑफ टेक्नोलॉजी, इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर
वीमेन.
पुणे के कॉलेज
डिफेंस इंस्टी्यूट ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी, कॉलेज ऑफ
इंजीनियरिंग पुणे, डॉ विश्वनाथ कराद एमआइटी वल्ड पीस
यूनिवर्सिटी, भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ
इंजीनियरिंग, विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, आर्मी इंस्टीट्यूट
ऑफ टेक्नोलॉजी और डॉ डीवाई पाटिल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी


पश्चिम बंगाल के इंजीनियरिंग कॉलेज


जादवपुर यूनिवर्सिटी, जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज,
कल्याणी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, रामकृष्ण महातो गवर्नमेंट
इंजीनियरिंग कॉलेज पुरुलिया, कोच बिहार गवर्नमेंट इंजीनियरिंग
कॉलेज, गवन्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड सीरामिक
टेक्नोलॉजी, गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्सटाइल
टेक्नोलॉजी श्रीरामपुर और गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड
टेक्नोलॉजी बहरमपुर.

जेइइ मेन में बढ़ती जा रही है छात्रों की
संख्या
आइआइटी बॉम्बे के अलावा जेइइ मेन से विद्यार्थी इंस्टीट्यूट ऑफ
केमिकल टेक्नोलॉजी, वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल
इंस्टीट्यूट, एसवीकेएम नारसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट
स्टडीज, भारतीय विद्या भवन सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ
टेक्नोलॉजी और श्री विले पार्ले केलावणी मंडल दिवाकरदास जे
सांघवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एडमिशन ले सकते हैं.

यूपी के कॉलेजों को जानिए


एमिटी यूनिवर्सिंटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, मोतीलाल नेहरू
नेशनल इंस्टीट्यूट औफ टेक्नोलॉजी, जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ
इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, दयालबाघ एजुकेशन इंस्टीट्यूट, नोयडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गलगोटिया
यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ
पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, जीएलए यूनिवर्सिंटी, केआइड्टी ग्रुप ऑफ
इंस्टीट्यूशन, जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड
मैनेजमेंट.,


छह अप्रैल से जेइइ मेन, पिछली परीक्षा
की तुलना में अधिक छात्र
जेइड मेंस अप्रैल सत्र की परीक्षा छह अप्रैल से शुरू होगी. परीक्षा
0৪, 10, 11, 12 अप्रैल को दो पालियों में होगी. पहली पाली की
परीक्षा सुबह नौ से 12 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा
अपराह्ध तीन बजे से शाम छह बजे तक होगी. परीक्षा के लिए
आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड सह सिटी
इनफॉरमेशन स्लिप चार अप्रैल को जारी किया जायेगा.

झारखंड के
नौ जिलों में इस परीक्षा के केंद्र बनाये जायेंगे. इसमें रांची, कोडरमा,
पूर्वीं सिंहभूम, हजारीबाग, दुमका, धनबाद, देवघर, पश्चिमी सिंहभूम,
बोकारो स्टील सिटी शामिल है.
जेइइ मेन जनवरी सत्र के लिए 860064 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन
कराया था, जिसमें 823967 अभ्यर्थीं परीक्षा में शामिल हुए थे.